Bank Loan New Rule 2024 Out रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया की ओर से बैंक लोन को लेकर एक बड़ा नया नियम जारी किया गया है जिसकी जानकारी होना आपको आवश्यक है ताकि आप इस नियम के माध्यम से अपने अधिकारों की रक्षा कर सके और बैंक से ₹5000 प्रतिदिन का हर्जाना भी प्राप्त कर सके तो आईए जानते है नया नियम
हमारे देश में सभी बैंकों के लिए समय-समय पर भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से नियम जारी किए जाते हैं ताकि बैंकों के ग्राहकों के अधिकारों की रक्षा हो सके और इसीलिए अब भारतीय रिजर्व बैंक ने एक बहुत ही शानदार नियम जारी किया है जिससे बैंक से लोन लेने वाले ग्राहकों को काफी फायदा होने वाला है और बैंकों पर इसका दबाव काफी ज्यादा पढ़ने वाला है
Bank Loan New Rule 2024
भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से यह है नया नियम लोन लेने वाले ग्राहकों के लिए जारी किया गया है इस नियम के अनुसार अगर आप किसी भी बैंक से लोन लेते हैं और कोई भी अपना दस्तावेज गिरवी रखते हैं तो उन्हें बैंक को 30 दिन में लोन जमा होने पर लौटना होगा अगर 30 दिन से अधिक समय गुजरता है तो बैंक को ₹5000 प्रतिदिन हर्जाना ग्राहक को देना होगा
भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से जारी किए गए इस नियम का फायदा बैंक से लोन लेने वाले ग्राहकों को होने वाला है क्योंकि अधिकतर मामलों में देखा गया है कि बैंक द्वारा लोन जमा करवाने के बाद भी ग्राहकों को दस्तावेज नहीं दिए जाते हैं लेकिन अब इस नियम के पश्चात आपको बैंक 30 दिन के अंदर दस्तावेज देगा और अगर आपको दस्तावेज नहीं मिलते हैं तो आप 5000 रूपये हर्जाने के लिए आवेदन कर सकते हैं
दोस्तों इसके अलावा भी अगर आप बैंक से लोन लेते हैं और आपके किसी दस्तावेज को बैंक मैं गिरवी रखे होने के दौरान अगर कट फट जाता है या गुम हो जाता है तो बैंक को अब ग्राहक को दोबारा से नए दस्तावेज बनाने के लिए आवश्यक संपूर्ण मदद करनी होगी और उसके लिए आवश्यक आर्थिक सहयोग भी बैंक को देना होगा
बैंक लोन का एक और नया नियम
बैंक लोन को लेकर आरबीआई की ओर से एक और नया नियम जारी किया गया है जो भी आपके लिए जानना जरूरी है जी हां दोस्तों अगर अब आप बैंक से लोन लेते है और बैंक द्वारा कुछ समय बाद में आपका लोन की ब्याज दर बढ़ा दी जाती है लेकिन अब कोई भी बैंक इसमें मनमर्जी नहीं कर सकेगा ग्राहक को बताइए बिना बैंक अब ब्याज दर नहीं बढ़ा सकता
इसके अतिरिक्त अब बैंक को फिक्स ब्याज दर में भी लोन देने का ऑप्शन ग्राहक को देना होगा जिससे उसे बार-बार ब्याज दर बढ़ाने का खतरा न रहे क्योंकि कई मामलों में देखा गया है कि बैंक के द्वारा लोन की किश्त या लोन की राशि को बढ़ाकर ब्याज दर बढ़ा दी जाती है जिसका ग्राहकों को पता ही नहीं चलता है लेकिन अब ऐसा नहीं हो पाएगा
very good approach
appreciable